कांग्रेस की सूची ने साबित की प्रधानमंत्री की बात, पार्टी परिवारवाद-अपराधीकरण की गारंटी : शर्मा

कहा, सूची में ऐसे लोग भी शामिल हैं, जो घोषित संगीन अपराध वाले हैं और जिन पर इनाम जारी है

कांग्रेस की सूची ने साबित की प्रधानमंत्री की बात, पार्टी परिवारवाद-अपराधीकरण की गारंटी : शर्मा

भोपाल : मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए जारी हुई कांग्रेस की सूची पर हमला बोलते हुए भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने आज कहा कि इस सूची ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस बात को साबित कर दिया है कि कांग्रेस परिवारवाद और अपराधीकरण की गारंटी है। श्री शर्मा ने यहां संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि सूची से साबित हो गया कि कांग्रेस राजनीति में अपराधीकरण की गारंटी है। सूची में ऐसे लोग भी शामिल हैं, जो घोषित संगीन अपराध वाले हैं और जिन पर इनाम जारी है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि ऐसे अपराधियों को भी टिकट दिया गया है, जिन पर 54 एफआईआर दर्ज हैं। ऐसों को भी टिकट दिया गया है, जो महिला उत्पीडऩ के काम से ही पहचाने जाते हैं।

इसी क्रम में उन्होंने कहा कि जो ट्रेन तक में महिलाओं से छेड़छाड़ करते हैं, उन्हें भी कांग्रेस ने टिकट दे दिया है। उन्होंने कहा कि सूची ने एक बात और स्पष्ट कर दी है कि छिंदवाड़ा के सातों विधायक या तो नाकारा हैं या उनके खिलाफ एंटी इन्कम्बेंसी है या केंद्रीय नेतृत्व को श्री कमलनाथ पर विश्वास नहीं है, इसलिए वहां की एक भी सीट नहीं घोषित की। श्री शर्मा ने कहा कि सूची में दिग्विजय सिंह का पूरा परिवार शामिल है। नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह का भी यही काम है। सूची में उनके भी परिवार को जगह मिली हुई है। अलीराजपुर में देवर-भाभी को टिकट दे दिया गया है। कांग्रेस में कार्यकर्ता का कुछ नहीं होता। जब से सूची जारी हुई है, तब से प्रदेश भर में क्या हो रहा है, ये सब देख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने हमेशा कहा है कि कांग्रेस परिवारवाद और अपराधीकरण की गारंटी है। ये मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सूची से साबित हो गया। कल सोशल मीडिया पर वायरल हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के कथित इस्तीफे के मामले को लेकर श्री शर्मा ने दावा किया कि उन्होंने इस्तीफा खुद देकर दूसरों से जारी करवाया। श्री सिंह का ये पुराना चरित्र है, वे फर्जी पत्र जारी कर पीछे हट जाते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अब वे इस मामले में भाजपा के कार्यकर्ता पर मामला दर्ज करने की बात कह रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेतृत्व अब उनकी (श्री सिंह की) सुन नहीं रहा, इसलिए उन्होंने ये तरीका अपनाया।