उद्धव ठाकरे के भरोसेमंद एसआईटी के समन्वयक अधिकारी नियुक्त

एक महत्वपूर्ण जांच में उन्हें समन्वयक अधिकारी बनाना कई लोगों को रास नहीं आ रहा है। श्री पवार कोविड-19 महामारी के सभी लहरों के दौरान इसके प्रशासन का काम देख रहे थे।

उद्धव ठाकरे के भरोसेमंद एसआईटी के समन्वयक अधिकारी नियुक्त

मुंबई - मुंबई नगर निगम ने कथित रूप से 12 हजार करोड़ रुपये की अनियमितताओं की जांच करने के लिए अपने सुधार विभाग के संयुक्त आयुक्त रमेश पवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) और नागरिक निकाय के बीच समन्वयक अधिकारी नियुक्त किया है।

भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने बीएमसी में अनियमितताओं की जानकारी दी थी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पिछले माह आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को जांच के लिए एसआईटी का गठन करने का आदेश दिया था।

श्री पवार को उद्धव ठाकरे का भरोसेमंद अधिकारी माना जाता है और जब वह मुख्यमंत्री थे तब उन्हें नासिक नगर आयुक्त के रूप में पदोन्नत किया गया था। लेकिन जब शिंदे मुख्यमंत्री बने तब श्री पवार को फिर से उनके पुराने पद पर भेज कर उनका पदावनत कर दिया गया था।

एक महत्वपूर्ण जांच में उन्हें समन्वयक अधिकारी बनाना कई लोगों को रास नहीं आ रहा है। श्री पवार कोविड-19 महामारी के सभी लहरों के दौरान इसके प्रशासन का काम देख रहे थे।

एजेंसी श्री पवार से सभी आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करेगी जिससे अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित किया जा सके। इस नए पद के भाग के रूप में श्री पवार ने बुधवार को ईओडब्ल्यू कार्यालय का दौरा किया और अधिकारियों से मुलाकात की।

कैग ने सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी थी जिसमें उसने महामारी के दौरान बीएमसी द्वारा दिए गए कई ठेकों में हजारों करोड़ रुपये की कथित अनियमितताओं की जानकारी दी थी।